Electricity यानि बिजली का हमारे जीवन
पर खाश प्रभाव पड़ा जब से बिजली का इन्वेंशन हुआ है तब से लेकर आज तक इलेक्ट्रिसिटी
मानव जीवन की बेसिक नीड बन चुकी हैं | आज के आधुनिक समय में बिजली के बगेर मानव
जीवन की कल्पना करना बहुत मुश्किल हैं | बिजली ne मानव जीवन को बहुत आसान बना दिया
इलेक्ट्रिसिटी के आविष्कार के बाद ही हजारो ऐसे आविष्कार हुवे है जो इलेक्ट्रिसिटी
की वजह से हुवे हैं और उन आविष्कारो ne मानव की जीने का तरीका ही बदल दिया लेकिन
इलेक्ट्रिसिटी सिर्फ एक प्रकार की नही होती हैं बल्कि इलेक्ट्रिसिटी दो प्रकार की
होती हैं | जिन्हें हम AC करंट और DC करंट के नाम से जानते हैं | इन दोनों तरह की
इलेक्ट्रिसिटी का use अपनी अपनी जगह पर किया जाता हैं चाहे वो आपका घर हो या फिर
बहुत बड़ी कोई फैक्ट्री हर जगह पर किया जाता हैं |
कहते है की आधुनिक
समय इलेक्ट्रिसिटी का हैं यानी दुनिया में हर device को सस्टेनेबल energy पर रन
किये जायेंगे | यहाँ तक की इस फ्यूचर प्रोजेक्ट पर बड़ी बड़ी कंपनिया काम भी करने लग
गई हैं | टेस्ला car manufacture company ne मार्किट में कई ऐसी सारे लांच कर दी
हैं जो इलेक्ट्रिसिटी को use करके रन करती हैं यानी ये कारे फ्यूल से नहीं बल्कि
इलेक्ट्रिसिटी से चलती हैं | इसका एक कारण यह भी है की फ्यूल एक प्राकृतिक गैजेट
हैं जो प्रकृति ne मानव को दिया हैं और मानव इस गैजेट का use इस लेवल पर कर रहा
हैं की ab फ्यूल कुछ सो सालो में ख़त्म होने वाला हैं | और दूसरा कारण यह भी की फ्यूल से
चलने वाले वाहन हामारे वातावरण को दूषित करते हैं जिस कारण मानव जीवन खतरे में हैं
| इन खतरों से बचने के लिए अब सस्टेनेबल
energy का use किया जा रहा हैं electricity से चलने वाले वाहन हमारे वातावरण को
दूषित नहीं करते हैं और इलेक्ट्रिसिटी हमें प्रकृति ne नहीं दी है बल्कि इंसानों
ne खुद इस का inovation किया हैं इसलिए इलेक्ट्रिसिटी के ख़त्म होने का दर नहीं हैं
|
दुनिया में इतने उच्च लेवल
पर इलेक्ट्रिसिटी का use किया जा रहा हैं लेकिन बहुत से स्टूडेंट्स को
इलेक्ट्रिसिटी के बारे में बेसिक जानकारी पता नही होती हैं | की इलेक्ट्रिसिटी क्या होती हैं Ac करंट क्या
होता हैं | DC करंट क्या होता हैं इन सभी सवालो के जवाब आपको इस पोस्ट में मिलने
वाले हैं |
प्रत्यावर्ती धारा क्या हैं ( ac current in hindi )
प्रत्यावर्ती धारा
को हम ac करंट भी कहते हैं | यानी एक ऐसी धारा जो समय के साथ साथ अपनी दिशा को
बदलती रहती हैं | प्रत्यावर्ती धारा एक साइकिल एक दिशा में तथा दूसरी साइकिल दूसरी
दिशा में चलती हैं इन दोनों साइकिल की डायरेक्शन एक दुसरे के विपरीत होती हैं | प्रत्यावर्ती धारा कहलाती हैं | प्रत्यावर्ती
धारा का use लम्बी दूरियों तक पहुचने के लिए किया जाता हैं इसलिए प्रत्यावर्ती
धारा का use सबसे ज्यादा होता हैं
AC current full form in
hindi ( ac धारा का पूरा नाम क्या हैं )
ac की full form
alternating current होती हैं | जिसे हिंदी में प्रत्यावर्ती धारा भी कहते हैं |
ac करंट का आविष्कार किसने किया और कब
1888 से पहले
अमेरिका में dc करंट का use होता था लेकिन dc करंट में बहुत problems थी इस करंट
को ज्यादा दुरी तक नहीं ले जाया जा सकता था | 1888 में निकोला टेस्ला ne एक नई इलेक्ट्रिसिटी
को जन्म दिया जिसे आज हम ac करंट के नाम से जानते हैं ac करंट की वोल्टेज को ट्रांसफार्मर
की मदद से बढाया जा सकता हैं |
ac करंट की उपयोग ( use of ac current )
हमारे दैनिक जीवन
में ac करंट का बहुत ज्यादा महत्व हैं आज ac करंट की कारण ही हमारे घरो तक लाइट
पहुँच पाती हैं हमारे घरो में सभी उपकरण जैसे पंखा फ्रिज ,कूलर ,मोटर आदि ac करंट
से ही चलते हैं | इंडिया में ac करंट की वोल्टेज 220 से 240 के बीच हैं |
ac करंट के फायदे
1.
ac करंट की वोल्टेज को
ट्रांसफार्मर की मदद से घटाया अथवा बढाया जा सकता हैं |
2.
ac करंट की वोल्टेज को
बढाकर लम्बी दुरियो तक भेजा जा सकता है |
3.
ac करंट को 33000v तक लीड किया जा सकता हैं |
4.
ac करंट की cost कम होती
हैं |
ac करंट के नुक्सान
1.
ac करंट को बैटरी में स्टोर
नहीं किया जा सकता हैं
2.
ac करंट dc करंट की तुलना
में ज्यादा खतरनाक होता हैं
3.
ac करंट से इंसान की मोत भी
हो सकती हैं
प्रत्यावर्ती धारा के श्रोत
1888 से पहले किसी
को ज्ञात नहीं था की प्रत्यावर्ती धारा कैसे बनती है लेकिन जब ac जनित्र(ac dynamo
) की खोज हुई उसके ac करंट को बनाने के लिए अलग अलग मेथड लोग use करने लगे | सबसे
पहले लोग पानी की गतिज उर्जा से इलेक्ट्रिसिटी reduce करते थे | इसमें मेथड में पानी
की गतिज उर्जा से dynamo के टरबाइन को
घुमाया जाता था जिससे विद्युत उर्जा बनती थी | क्योंकि उर्जा का न तो उत्पन्न किया जा सकता है
और ना ही नष्ट किया जा सकता हैं बस एक रूप से दुसरे रूप में परिवर्तित किए जा सकता
हैं | इस मेथड में पानी की गतिज उर्जा का
दिद्युत उर्जा में बदला जाता था | उसके बाद रेडियो एक्टिव पदार्थ जैसे urenium को
उसके नाभिको में तोडा जाता है तो काफी उर्जा बाहर निकलती हैं | वैज्ञानिको ne इस
उर्जा का use इलेक्ट्रिसिटी reduce करने में लगाया | ऐसे ही भाप यानी स्टीम से भी
इलेक्ट्रिसिटी reduce की जा सकती हैं | महान साइंटिस्ट आइंस्टीन ne अपना जब फोटो
इलेक्ट्रिक सिद्धांत दिया उसके बाद से फोटोन की उर्जा को भी विद्युत उर्जा में
बदला जाने लगा यानी प्रकाश की उर्जा को विद्युत उर्जा में बदलना |
DC करंट क्या हैं (dist dhara kya hai )
एक ऐसा करंट जो समय
के साथ साथ अपनी दिशा नही बदलता dc करंट कहलाता हैं ये केवल एक ही दिशा में चलता
हैं | यानि एक अर्ध साइकिल पूरी होने के
बाद ये फिर से उसी दिशा में चलता हैं जिस दिशा में पहले चलता हैं | और इसी कारण से इस करंट को ज्यादा दुरी तक ले
जाते समय वोल्टेज डाउन होती जाती हैं |
dc current full form ( dc current full form in hindi )
dc current की full form direct
current (दिष्ट धारा ) होती हैं |
DC करंट का आविष्कार किसने किया और कब
इलेक्ट्रिसिटी है की
पुष्टि 1800 वी सदी में ही हो गई थी लेकिन इसकी खोज 1900 सदी में हुई सबसे पहले
1791 इसवी में अलेक्जेंडर वोल्टा का दोस्त लुइगी गलवानी ne कहा की मेढक की
मांशपेशियो के समेत दो मेटल को रखने से इलेक्ट्रिसिटी उत्पन्न होती हैं | लुइगी
गलवानी ne इस इलेक्ट्रिसिटी को एनिमल इलेक्ट्रिक कहा | लेकिन अलेक्जेंडर वोल्टा
इससे सहमत नही थे अलेक्जेंडर वोल्टा का मानना था की इलेक्ट्रिसिटी मेंढक की
मान्श्पेसियो से नहीं बल्कि मेटल की वजह से उत्पन्न हुई | इसलिए उन्होंने 1792
इसवी में अकेले ही मेटल्स के ऊपर experiment करना शुरू कर दिया | 1800 इसवी में उन्हें सफलता प्राप्त हुई और
उन्होंने बैटरी की खोज कर दी जिसे आज हम वोल्टा सेल के नाम से जानते हैं | लेकिन
इलेक्ट्रिसिटी कैसे reduce होती हैं ये अभी भी राज बना हुवा था |
1820 इसवी में hence Christian oristed ne देखा की हब भी किसी वायर से इलेक्ट्रिसिटी पास होती हैं तो इलेक्ट्रिसिटी
के around मैग्नेटिक फील्ड क्रिएट हो जाती हैं | माइकल फैराडे ne इस पर काफी
अध्ययन किया और 1831 इसवी में dc dynamo और dc मोटर का आविष्कार कर दिया जिसने
इलेक्ट्रिसिटी की क्षेत्र में क्रांति की शुरुआत करी |
dc करंट के उपयोग
1.
हमारे घरो में इन्वेन्टर के
थ्रू लाइट भागने पर dc करंट को use किया जाता हैं
2.
हमारे मोबाइल्स फोंस में
use होने वाली बैटरी भी dc करंट का use करती हैं
3.
650 वाल्ट तक ही लीड किया
जा सकता हैं
dc करंट के फायदे
1.
dc करंट को स्टोर किया जा
सकता हैं
2.
dc करंट से इंसानों को कम
खतरा होता हैं |
3.
dc करंट के कारण ही हम
मोबाइल का use कर पाते हैं
dc करंट के नुक्सान
1.
dc करंट को इनस्टॉल करने
में ज्यादा खर्चा आता हैं
2.
dc करंट को आखिक दुरी तक ले
जाने से वोल्टेज डाउन हो जाती हैं |
3.
dc करंट को 650 वोल्टेज से
आखिक नहीं बढ़ाया जा सकता हैं |
dc करंट के श्रोत
dc करंट को भी ऐसे ही उत्पन्न किया जाता हैं जैसे ac करंट को उत्पन्न किया
जाता हैं लेकिन dc करंट को reduce करने के लिए dc dynomus का use किया जाता हैं
ac और dc में अंतर ( difference between ac and dc current )
1.
ac करंट को 33000 वोल्टेज
तक उत्पन्न किया जा सकता हैं जबकि dc करंट को 650 वोल्टेज तक ही उत्पन्न किया जा
सकता हैं |
2.
ac करंट में कम लागत
आती हैं जबकि dc करंट आधिक खर्चीला होता
हैं
3.
ac करंट को स्टोर नही क्या
जा सकता हैं जबकि dc करंट को स्टोर किया जा सकता हैं
4.
ac करंट को अधिक दुरियो तक
भेजा जा सकता हैं जबकि dc करंट को अधिक दुरी तक नहीं भेजा जा सकता हैं |
5.
ac करंट से इंसानों को झटका
लग सकता हैं जबकि dc करंट से नहीं लग सकता हैं
6.
ac करंट अधिक लाभदायक होता
है जबकि dc नहीं
electric war ( ac vs dc current )
1900 वी सदी में ac करंट और
dc करंट के बीच इलेक्ट्रिक war हुवा था जिसमे ac करंट के पक्ष में निकोला टेस्ला
था और dc करंट के पक्ष में थोमसन अलवा एडिसन था इस war में एक हाथी को करंट लगाकर
मार दिया गया था अंत में निकोला टेस्ला के ac करंट की जीत हुई थी
conclusion
मुझे लगता है की आपको इस
पोस्ट ac और dc करंट क्या ? के बारे में कम्पलीट जानकारी मिल गई होगी यदि
अभी भी आपको इलेक्ट्रिसिटी से रिलेटेड कोई डाउट हो तो आप हमें कमेंट सेक्शन में
पूछ सकते हैं | और इस पोस्ट को शेयर करना मत भूलना हम मिलता हैं आपसे अगली बेहतरीन
पोस्ट में तब तक के लिए अलविदा ...
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